जावा प्रोजेक्ट की शुरुवात जेम्स गोसलिंग, माइक शेरिडन एवं पैट्रिक नौघटन के द्वारा 1991 में सन माइक्रोसिस्टम में हुई थी ।
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Monday, September 16, 2013
Thursday, October 18, 2012
What is package in java?
हमने कही बार जावा के प्रोग्रामो में पैकेज का उपयोग किया होगा , लेकिन कही विध्यार्ती इनकी उपयोगिता को समझने में कठिनाई महसूस करते है । आज के इस लेख में हम देखेंगे की पैकेज क्या है और इनका उपयोग क्यों किया जाता है । अंत में मैने जावा के कुछ पैकेज के नाम और उनके उपयोग का विवरण दिया है , इस से आपको इनके उपयोगिता को समझने में आसानी होगी ।
Monday, November 28, 2011
What is Enum ?
enum एक प्रकार का डाटाटाइप है जिसके पास एक पूर्व से निर्धारित लिस्ट होती है | यह लिस्ट हम
enum को देक्लारे करते वक़्त ही उसमे स्टोर करा देते है | कही मायनों में enum boolean डाटाटाइप
से काफी मिलता है क्यों की उसमे भी दो पूर्व निर्धारित values जैसे true और false पहले
से स्टोर रहती है| लेकिन boolean पहले से प्रोग्रम्मिंग भाषा में होता है जबकि enum नहीं |
निचे हम एक उदहारण से देखेंगे की इसको प्रोग्राम में कैसे प्रयोग किया जाता है |
enum main routine के बहार भी declare हो सकता है |
Friday, November 25, 2011
Java Class Inheritance
जावा में साधारणतः ऑब्जेक्ट को क्लास के द्वारा define किया जाता है । इतना ही नहीं कही बार सिर्फ क्लास का नाम सुनकर ही आपको ऑब्जेक्ट के बारे में कही जानकारी स्वत मिल जाती है | जैसे में आपको कहू की यहाँ हम हीरो ट्रेक्स की बात कर रहे है , तो आपको कुछ अटपटा सा लगेगा पर जैसे ही में आपको कहूँगा की यह साइकिल क्लास का ऑब्जेक्ट है , आप कही बातो का अंदाज़ा स्वयं ही लगा लेंगे जैसे इसके दो tyre होंगे | इसमें pedal होंगे , रफ़्तार होगी और भी कही चीज़े |
Monday, September 19, 2011
Thursday, September 15, 2011
The Main Method
import java.util.Date;
class DateApp {
public static void main(String args[]) {
Date today = new Date();
System.out.println(today);
}
}
class DateApp {
public static void main(String args[]) {
Date today = new Date();
System.out.println(today);
}
}
Tuesday, September 13, 2011
Compiling and Running Java Programs
जावा सोर्स कोड को कमपाईल करना
जावा की कृतिम मशीन के, जावा प्रोग्राम को रन करने से पहले हमे जावा सोर्स कोड को byte code में कमपाईल करना पड़ता है | कमपाईल करने का काम जावाक (javac) कमपाईलर करता है | जावा का byte code प्लेटफार्म से स्वछंद(platform independent) होता है | प्लेटफार्म से स्वछंदता का मतलब यह है की इसको कोई फर्क नहीं पड़ता की आप कौन सा कंप्यूटर चला रहे है , विंडोज का , युनीक्स का या फिर मेक |
Monday, September 12, 2011
Inheritence in Java
Inheritance प्रोग्राम के कॉमपाइल होते वक़्त होने वाली क्रिया है | इससे हम बेस क्लास को दूसरी क्लास की मदद से बढा सकते है |
याद रखने वाली बातें : जो क्लास एक्सटेंड होती है उसे हम बेस क्लास या सुपर क्लास कहते है
जिसकी मदद से बेस क्लास एक्सटेंड होती है उसे सब क्लास या डीराइवड क्लास कहते है |
ईनहेरीटेनस दो प्रकार से काम में लिए जा सकता है :
class ईनहेरीटेनस - एक नयी क्लास बनाना और पिछली क्लास को इनहेरिटेड करना ताकि उसके कोड को बिना दुबारा लिखे काम में ले सके |जिसका मतलब होता है derived क्लास बेस क्लास के पब्लिक मेथड एवं डाटा को काम में ले सकती है
अब देखते है की इसको लिखते कैसे है :
public class derived-क्लास extends base-क्लास { //यहाँ पर हम base class में लिखी सभी बातो को नयी क्लास
//में पेस्ट कर रहे है जिसे हम inheritance कहते है
// बेस क्लास के कोड को use करना और कही बार बदल भी देना
// इसके लिए एक्सटेंड का उपयोग करते है
}
package MyPackage;
class Base {
private int x;
public int f() { ... }
protected int g() { ... }
}
class Derived extends Base {
private int y;
public int f() { /* Base.f() क्लास के लिए नया implementation */ }
public void h() { y = g(); ... }
}
Saturday, September 10, 2011
What is programming language?
Program आदेशो की वो कड़ी होता है जिसकी पालना कंप्यूटर करता है | एक साधारण सी बात भी कंप्यूटर को समझाने के लिए इस प्रकार लिखनी पड़ती है की कंप्यूटर समझ सके | जो भाषा कंप्यूटर समझता है उसे हम प्रोग्रामिंग भाषा कहते है| प्रोग्रामिंग भाषा और हमारी भाषा में कही भिन्नताए होती है | हमारी भाषा में एक ही बात को विभिन्न प्रकार से बोल सकते है, जैसे की हमे किसे को चाय पे बुलाना हो तोह हम कह सकते है: तुम मेरे यहाँ चाय पीने चलो या आओ मेरे घर पर चाय पीते है या फिर पूछ सकते है की क्या चाय पीओगे ?,आओ मेरे घर चले .कंप्यूटर की भाषा इस प्रकार नहीं होती | उसे सीधी सीधी बात (बिना लाग लपेट) समझ में आती है | कंप्यूटर इसमें बहुत स्पष्ट है की भाषा में क्या होना चाहिए और क्या नहीं | साथ ही साथ उसको भाषा का व्याकरण भी एक दम शुद्ध चाहिए|
कंप्यूटर के व्याकरण के नियम भी एक दम स्पष्ट है |इसमें यह बताया गया है की प्रोग्राम में कौन से शब्दो का प्रयोग होगा , उसको किस प्रकार लिखा जायेगा जैसे loops, branches, और subroutines कैसे लिखे जायेगे .सही तरीके से लिखा प्रोग्राम वोह होता है जो सफलता पूर्ण तरीके से compile या execute हो सके|
तो, एक सफल प्रोग्रामर बनाने के लिए, आपको पूरी तरीके से प्रोग्राम के व्याकरण को सिखना होगा |
सफल प्रोग्रामर कैसे बने ?
प्रोग्रामिंग भाषा का इतिहास:
वैसे तो प्रोग्रामिंग भाषा का इतिहास बहुत पुराना है , पर में आपको ७० के दशक में ले जाना चाहूंगा , जब प्रोग्रम्मेर 0 और 1 ,binary भाषा में प्रोग्राम लिखा करते थे | फिर आई अस्सेम्ली भाषा , जो आज भी कही कॉलेज में मिक्रोप्रोसस्सर विषय में पढाई जाती है | यह भाषा एक ट्रांसलेटर के रूप में काम करती थी , जैसे जो भी हम अस्सेम्ब्ली भाषा में लिखते थे वो 0 और 1 (मशीनी भाषा ) में परिवर्तित हो जाता था , इसका फायदा यह था की प्रोग्रम्मेर को अब हर शब्द के कोड (जैसे 5 नंबर का binary कोड होता है 1 0 1 )याद रखने की जरूरत नहीं थी , वोह सिर्फ अस्सेम्ब्ली भाषा के कुछ कमांड याद रखते थे जो binary से बहुत आसन थे क्युकी वो नंबर और अक्षर वैसे ही थे जैसे अंग्रेजी में होते है | आज भी अगर आप में से कुछ जो hacking विषय में जानकारी रखते है , या प्रोग्राम को समझने के लिए उसको debug करते है , उनका इस भाषा से सामना होता रहता है |
लेकिन जब प्रोग्रामरो ने और जटिल प्रोग्राम लिखने शुरू किये तो पाया की अस्सेम्ब्ली भाषा में छोटी सी बात लिखने के लिए भी कही लाइन के कोड लिखने पड़ते है और उन्हें दुबारा काम में भी नहीं लिया जा सकता | और दूसरा की हर नयी मशीन के बाज़ार में आते ही उन्हें वाही प्रोग्राम दुबारा से लिखने पड़ते है |
इस समस्या का समाधान compiler ने किया | और इसमें c भाषा का सबसे बड़ा योगदान है | यह भाषा अस्सेम्ब्ली भाषा से बहुत ज्यादा आसान थी , और इसमें कोड का दुबारा प्रयोग भी किया जा सकता था | साथ ही साथ compiler मशीन के हिसाब से इसको compile करने का काम कर देता था |
आज की भाषाए c से काफी मिलती जुलती है इसीलिए सभी कंप्यूटर पढने वाले लोगो को c के बारे में जरूर पढाया जाता है | लेकिन c भाषा की भी कुछ सिमाय थी , और सबसे बड़ी समस्या थी प्रोग्राम की सुरक्षा | जो एक प्रोग्राम के लिए सबसे अहम है |
फिर आई c ++ जो c का ही एक नया रूप था पर यह एक पूरी तरीके से ऑब्जेक्ट oriented भाषा थी | C ++ वैसे तो एक पूर्ण भाषा है लेकिन इसको भी हर नयी मशीन के लिए अलग से compile करना पड़ता है |
इसका समाधान है जावा , जिसने इस मशीन वाली समस्या से निजात पाने के लिए एक नया तरीका खोजा | जावा ने खुद की एक कृतिम मशीन तैयार की और उसका नाम JVM( Java virtual machine) रखा | इसका फायदा यह हुआ की अगर कंप्यूटर में जावा कृतिम मशीन डाल दी जाए तो प्रोग्राम को बार बार compile नहीं करना पड़ता |
कंप्यूटर के व्याकरण के नियम भी एक दम स्पष्ट है |इसमें यह बताया गया है की प्रोग्राम में कौन से शब्दो का प्रयोग होगा , उसको किस प्रकार लिखा जायेगा जैसे loops, branches, और subroutines कैसे लिखे जायेगे .सही तरीके से लिखा प्रोग्राम वोह होता है जो सफलता पूर्ण तरीके से compile या execute हो सके|
तो, एक सफल प्रोग्रामर बनाने के लिए, आपको पूरी तरीके से प्रोग्राम के व्याकरण को सिखना होगा |
सफल प्रोग्रामर कैसे बने ?
प्रोग्रामिंग भाषा का इतिहास:
वैसे तो प्रोग्रामिंग भाषा का इतिहास बहुत पुराना है , पर में आपको ७० के दशक में ले जाना चाहूंगा , जब प्रोग्रम्मेर 0 और 1 ,binary भाषा में प्रोग्राम लिखा करते थे | फिर आई अस्सेम्ली भाषा , जो आज भी कही कॉलेज में मिक्रोप्रोसस्सर विषय में पढाई जाती है | यह भाषा एक ट्रांसलेटर के रूप में काम करती थी , जैसे जो भी हम अस्सेम्ब्ली भाषा में लिखते थे वो 0 और 1 (मशीनी भाषा ) में परिवर्तित हो जाता था , इसका फायदा यह था की प्रोग्रम्मेर को अब हर शब्द के कोड (जैसे 5 नंबर का binary कोड होता है 1 0 1 )याद रखने की जरूरत नहीं थी , वोह सिर्फ अस्सेम्ब्ली भाषा के कुछ कमांड याद रखते थे जो binary से बहुत आसन थे क्युकी वो नंबर और अक्षर वैसे ही थे जैसे अंग्रेजी में होते है | आज भी अगर आप में से कुछ जो hacking विषय में जानकारी रखते है , या प्रोग्राम को समझने के लिए उसको debug करते है , उनका इस भाषा से सामना होता रहता है |
लेकिन जब प्रोग्रामरो ने और जटिल प्रोग्राम लिखने शुरू किये तो पाया की अस्सेम्ब्ली भाषा में छोटी सी बात लिखने के लिए भी कही लाइन के कोड लिखने पड़ते है और उन्हें दुबारा काम में भी नहीं लिया जा सकता | और दूसरा की हर नयी मशीन के बाज़ार में आते ही उन्हें वाही प्रोग्राम दुबारा से लिखने पड़ते है |
इस समस्या का समाधान compiler ने किया | और इसमें c भाषा का सबसे बड़ा योगदान है | यह भाषा अस्सेम्ब्ली भाषा से बहुत ज्यादा आसान थी , और इसमें कोड का दुबारा प्रयोग भी किया जा सकता था | साथ ही साथ compiler मशीन के हिसाब से इसको compile करने का काम कर देता था |
आज की भाषाए c से काफी मिलती जुलती है इसीलिए सभी कंप्यूटर पढने वाले लोगो को c के बारे में जरूर पढाया जाता है | लेकिन c भाषा की भी कुछ सिमाय थी , और सबसे बड़ी समस्या थी प्रोग्राम की सुरक्षा | जो एक प्रोग्राम के लिए सबसे अहम है |
फिर आई c ++ जो c का ही एक नया रूप था पर यह एक पूरी तरीके से ऑब्जेक्ट oriented भाषा थी | C ++ वैसे तो एक पूर्ण भाषा है लेकिन इसको भी हर नयी मशीन के लिए अलग से compile करना पड़ता है |
इसका समाधान है जावा , जिसने इस मशीन वाली समस्या से निजात पाने के लिए एक नया तरीका खोजा | जावा ने खुद की एक कृतिम मशीन तैयार की और उसका नाम JVM( Java virtual machine) रखा | इसका फायदा यह हुआ की अगर कंप्यूटर में जावा कृतिम मशीन डाल दी जाए तो प्रोग्राम को बार बार compile नहीं करना पड़ता |
Sunday, August 28, 2011
What are objects ?
इसके पहले की हम जावा के ऑब्जेक्ट की बात करे , में आपका ध्यान हमारी ऱोज काम में आने वाली चीज़े और उनके बनाने के तरीके के बारे में बात करना चाहूँगा । उदहारण के लिए आपके सामने रखे कंप्यूटर को लीजिये । अब सोचिये की क्या इसको किसी एक व्यक्ति अथवा एक कंपनी ने बनाया है । अगर आप का उत्तर हा है तो में आपका बताना चाहता हूँ की ऐसा नहीं है । आपके कंप्यूटर के हर भाग को किसी दूसरी कंपनी ने बनाया है , और जो कम्पनी का नाम आपके कंप्यूटर पर लिखा है उसने तो उन सभी पार्ट्स को सिर्फ अस्सेम्ब्ल किया है ।
अब आप में से कुछ लोग सोच रहे होंगे की इसका जावा के ऑब्जेक्ट से क्या कनेक्शन है ?
अब सोचिये की अगर एक ही कंपनी कंप्यूटर के सारे हिसे खुद बनाये तो कंप्यूटर बनाना कितना मुश्किल होगा ! इसीलिए कंप्यूटर का हर ओज्बेक्ट (पार्ट ) अलग अलग बनता है , और फिर उसे जोड़ कर पूरा कंप्यूटर ।
येही काम ऑब्जेक्ट oriented भाषा में होता है , जहा अलग अलग ओब्जेक्ट्स को जोड़ कर प्रोग्राम लिखा जाता है । और एक ही बार लिखे गए कोड का कही बार प्रयोग किया जाता है ।
इन सभी ओजेक्ट्स में दो बात सबसे अहेम होती है, एक तो इनकी अपनी कुछ पहचान होती है एवं दूसरा इनका कुछ कार्य होता है. जैसे की बिल्ली का नाम होता है,रंग होता है, जाती होती है ,कुछ.क्रियाय होती हैजैसे दोड़ना,कूदना ,एक तरीके से बोलना . दुसरे उदाहरण के लिए आप साइकल को ले सकते है उसमे गेअर होते है, पेडल होते है, उसकी कुछ रफ़्तार होती है और ऐसे ही कुछ खास बाते जो सभी साइकल में सामान होती है
सॉफ्टवेर ऑब्जेक्ट भी बिलकुल असली जीवन के ऑब्जेक्ट की तरह होते है . इनकी भी अपनी अलग पहचान(state) or क्रियाय (behaviour) होता है. यह ऑब्जेक्ट अपनी पहचान variable में स्टोर करता है और अपना behavioral method(functions) के द्वारा उपयोग करता है
software object को एक उदहारण के साथ समझिये :
असली ज़िन्दगी में cycle का software object में हम उसकी गति (speed) , gear , और बाकी सभी states को variable में स्टोर करेंगे . और behaviors जैसे गति बढाना ,gear बदलना इन सबको behaviour method के द्वारा काम में लेंगे | इसका प्रोग्राम आप यहाँ से देख सकते है.
Saturday, August 20, 2011
What are Constructors ?
जावा में constructors हमेशा क्लास के नाम के ही होते है और उनका पहला अक्षर क्लास की ही तरह बड़ा होता है | constructors कभी कोई value return नहीं करते है void भी नहीं | Value return का मतलब जावा में नए लोग शायद समझे नहीं , इसको साधारण तरीके से ऐसे समझा जा सकता है की function में सारी फलावट करने के बाद जो उत्तर आता है उसको return value कहते है |
Constructor को समझने के लिए तीन बाते याद रखना बहुत जरूरी है :
Constructor को समझने के लिए तीन बाते याद रखना बहुत जरूरी है :
- यह एक प्रकार का फंक्शन होता है जो क्लास के इंस्टांस को शुरू करने में प्रयोग होता है ।
- इसका कोई return टाइप नहीं होता
- इसको ओवरलोड किया जा सकता है जैसे एक ही नाम के दो या उससे अधिक constructor हो सकते है अलग अलग arguments के साथ
Constructor अलग अलग तरीके के parameter(जो function के bracket में लिखते है) ले सकता है | नीचे example में,हम दो constructors के बारे में जानेगे |
public class Constructor1 { //public(बहार से access हो सके ) क्लास का declaration जिसका नाम Constructor1 है
int length; // lenght variable integer type का होगा
int breadth;
int height;
public int getVolume() { // volume निकालने का function
return (length * breadth * height);
}
Constructor1() { // बिना parameters का constructor
length = 10;
breadth = 10;
height = 10;
}
Constructor1(int l, int b, int h) { // तीन parameters int l,int b int h के साथ constructor
length = l; //lenght variable mein l को store kar
breadth = b;
height = h;
}
public static void main(String[] args) {
Contructor1 contructorObj1, constructorObj2;
constructorObj1 = new Contructor1();
contructorObj2 = new Contructor1(10, 20, 30);
System.out.println("Volume of Constructor1 is : " + constructorObj1.getVolume());
System.out.println("Volume of Constructor1 is : " + constructorObj2.getVolume());
}
}
Monday, August 8, 2011
What are Classes?
जावा एक object oriented भाषा है . इसको समझने के लिए पहले आपको क्लास को समझना जरूरी है . सबसे पहले में आपको यह बता दू की अंग्रेजी में ऑब्जेक्ट का मतलब होता है कोई वस्तु, उदहारण के लिए आप किसी कुर्सी को ले सकते है , टेबल को , या पंखे को , कोई भी वस्तु जो आपके दिमाग में आये | आप पाएंगे की इन सभी ऑब्जेक्ट को आप कही अलग हिस्सों में बाट सकते है . जैसे टेबल कही प्रकार की हो सकती है , कितनी ही कंपनीयो द्वारा बनायीं जा सकती है | लेकिन इन सभी टेबलों में कुछ समानता भी है जैसे यह सभी टेबल के चार पैर है | इन सभी की लम्बाई और चोडाइ है | अब अगर हमे कोई प्रोग्राम बिना क्लास और ऑब्जेक्ट की मदद के बनाना हो तो हमें हर टेबल को अलग define करना होगा और उसकी साइज़ को बताने के लिए भी अलग integer declare करने होंगे |
पर चुकी हमारे पास जावा है , हमें ऐसा करने में कोई परेशानी नहीं होगी | इसको में आपको एक प्रोग्राम की मदद से समझिएगा | इस प्रोग्राम में हम object साइकिल के बारे में बात करेंगे और देखेंगे के कैसे एक साइकिल क्लास , उसके constructor एवं उसके method को प्रयोग में लाया जाता है |
public class Cycle { // यहाँ हम जावा को बता रहे की हम तीन fields का प्रयोग करेंगे
// cadence मतलब होता है की एक मिनट में साईकिल चलाने वाला कितने पैडल मार रहा है । public int cadence; // यहाँ हम एक फिएल्ड को declare कर रहे है | और बता रहे है की वो पब्लिक है । public int gear; public int speed; // यह जावा का एक constructor है . इसके बारे में चर्चा बाद में करेंगे public Cycle(int startCadence, int startSpeed, int startGear) { gear = startGear; cadence = startCadence; speed = startSpeed; } // इस क्लास के चार मेथड है, दो में हम field में संख्या संगृहीत करते है , और बाकि
//दो में स्पीड को बढाने , घटाने का काम करते है public void setCadence(int newValue) { cadence = newValue; } public void setGear(int newValue) { gear = newValue; } public void applyBrake(int decrement) { speed -= decrement; } public void speedUp(int increment) { speed += increment; } }
अलगी पोस्ट में इसी बात को आगे discuss करेंगे
Sunday, April 3, 2011
Simple Argument Program
आज हम कुछ आसन प्रोग्राम देखेंगे जिसकी मदद से हमे जावा को नज़दीक से जनने का मौका मिलेगा |
public class UserArgument {
public static void main(String[] args) {
System.out.print("Hi, ");
System.out.print(args[0]);
System.out.println(". How are you ?");
}
}
इस प्रोग्राम को समझने के लिए पहले आपको इससे बनाना होगा. तो फिर शुरू हो जाईये और देखिये इस प्रोग्राम का क्या आउट पुट आता है | प्रिंट कमांड में कुछ परिवर्तन करके देखिये | आपको एर्रोर से डरने की जरूरत नहीं है | जब तक आप गलतिय नहीं करेंगे सीखेंगे कैसे ? इसीलिए शुरू हो जाईये और इस प्रोग्राम को अपने टेक्स्ट एडिटर में खुद टाइप कीजिये |
यह प्रोग्राम compile तो वैसे ही होगा जैसे बाकी प्रोग्राम होते है (javac UserArgument.java) ,पर execute करते waqt आपको आर्गुमेंट भी supply करना होगा जैसे : java UserArgument Cg
जो भी आप आर्गुमेंट यहाँ देंगे वोह output में दो स्ट्रिंग्स के बीच में दिखेगा , जैसे ऊपर मेने Cg दिया है तो output इस प्रकार दिखेगा : Hello Cg How are you?
public class UserArgument { public static void main(String[] args) { System.out.print("Hi, "); System.out.print(args[0]); System.out.println(". How are you ?"); } }
Monday, March 28, 2011
What is Java ?
जावा एक उच्च स्तर(high level) , सी, फोरट्रान, Smalltalk, पर्ल, और कई दूसरी भाषाओ की तरह तीसरी पीढ़ी की प्रोग्रामिंग भाषा है | आप जावा में कही तरह के प्रोग्राम लिख सकते है | जैसे की खेल बनाना , किसी स्ट्रिंग को छोटा करना , कुछ भी calculate करना , या फिर डाटा स्टरे करना, इस तरह जावा की मदद से आप कोई भी सॉफ्टवेर बना सकते है , एवं उसका उपयोग किसी भी काम के लिए कर सकते है |
अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में, जावा सबसे ज्यादा सी( C ) के समान है लेकिन सिर्फ इसलिए की जावा सी की कोडिंग स्टाइल से काफी मिलती है तो वो सी नहीं हो जाती | सी और जावा दोनों बहुत अलग कंप्यूटर भाषाय है | ऐसा जरूर है की सी या सी प्लस प्लस जानने वाले को जावा सिखने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी | लेकिन आप को जावा जानने के लिए सी जानने की ज़रूरत नहीं है |
अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं के मुकाबले जावा की खास बात यह है कि यह आपको विशेष प्रोगराम लिखने देता है जिसे हम अप्पलेट्स कहते है | Applet को इंटरनेट से डाउनलोड किया जा सकता है और एक वेब ब्राउज़र के भीतर सुरक्षित रूप से चलाया जा सकता है | पारंपरिक कंप्यूटर में समस्या यह थी की वो सुरक्षित नहीं थे | इन्टरनेट की साईट हमारे कंप्यूटर को कुछ ज्यादा ही एक्सेस कर पाती थी .लेकिन जावा ने इस समस्या का हल निकाला.
जावा, एप्लेट की क्षमताओ को सिमित बनाता है | इसके द्वारा यह इस समस्या को हल करती है. एक Java एप्लेट आपके अनुमति के बिना हार्ड डिस्क में कुछ नहीं लिख सकता हैं | यह कंप्यूटर की मेमोरी पर मनमाने तरीके से नहीं लिख सकता और इससे आपका कंप्यूटर सुरक्षित रहता है |
जावा में एप्लेट के अलावा भी कही और विशेषताए है । उनमे से जो सबसे महत्वपूर्ण है वो है JVM ( जावा वर्चुअल मशीन ) जो जावा को प्लेटफार्म से स्वतंत्र बनाता है । प्लेटफार्म स्वतंत्रता से यहाँ तात्पर्य यह है की आप जावा में लिखे किसी भी प्रोग्राम को आपकी कार , माइक्रोवेव और कंप्यूटर पर चला सकते है अगर इन सभी में JVM इन्सटाल्ड है तो ।
अगली पोस्ट में जावा के बारे में और जानेगे.
Saturday, March 26, 2011
Java Introduction
क्लास को हम एक टमप्लेट कह सकते है | जावा एक ऑब्जेक्ट आधारित भाषा है | ऑब्जेक्ट की सभी प्रोपर्टी क्लास में स्टोर होती है |
class HelloWorld {
<सभी कुछ >
}
अब थोडा और डिटेल में जाते है | इस प्रोग्राम को देखिये :
class Human {
int age;
}
ऊपर हमने एक क्लास बनाई है | लेकिन इसको उपयोग में लाने के लिए हमे इसका ऑब्जेक्ट बनाना होगा |
ओजेक्ट बनाने का तरीका :
Human lucy = new Human();
ऊपर हमने लूसी नाम का ऑब्जेक्ट बनाया है |
ध्यान रखने वाली बातें :
- सभी ऑब्जेक्ट को न्यू की जरूरत होगी |
- ऑब्जेक्टस = इन्स्तांसस (ऑफ़ क्लास्सेस)
- लूसी ऑब्जेक्ट को पॉइंट करता है |
- हम नए बनाये हुए ऑब्जेक्ट को लूसी को दे रहे है |
Human cg = new Human();
cg.age = 24; // '.' का उपयोग क्लास में declared फिएल्ड को एक्सेस करने के लिए कर सकते है |
Human john = new Human();john.age = 19;
System.out.println(cg.age); // यह २२ प्रिंट करेगा
System.out.println(john.age); // यह १९ प्रिंट करेगा class Human { int age; public static void main(String[] args) { Human cg = new Human(); cg.age=24; Human john = new Human(); john.age=34; System.out.println(cg.age); System.out.println(john.age); } }
Friday, March 25, 2011
Hello World Program
class Hello { public static void main(String[] arguments) { System.out.println("Hello world"); } }
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